उस ऐतिहासिक नगर में ऐसा नजारा पहले कभी नहीं देखा गया :
बन्द बाजार में
आसपास दो क्यू लगे थे
सामाजिक दूरी के घेरों में-
एक शराब की दुकान की ओर जाता दूसरा खाने के पैकेटों की ओर था
एक क्यू में कपड़े साफ़-सुथरे थे
दूसरे में गन्दे - सन्दे
चेहरे भी वैसे ही
एकाएक अफ़वाह फैली
कि दारू का स्टॉक ख़त्म हो रहा है।
उस क्यू के सफ़ेद घेरे टूटकर बिखर गये जैसे अचानक नशा तारी हुआ हो
दूर खड़ा पुलिस का जत्था फ़ौरन उस ओर दौड़ा और लाठियाँ बरसाने लगा- जब पहला धराशायी हुआ तब पता चला कि यह खाने का क्यू है
घायल ने अस्पताल में अपना नाम इरफ़ान बताया कोई डॉक्टर उसे देखने न आया इन्तज़ार में फ़र्श पर वह बैठा फिर लेट गया
उसकी आँखें बन्द थीं जब उसका भाई खाने का पैकेट लिये उसे जगाने आया वह नहीं उठेगा डॉक्टर ने कहा कोई चोट का निशान उसके बदन पर नहीं मिला लाश की जाँच से पता चलेगा कि यह प्राकृतिक मौत है या कोरोना वायरस लाश तत्पश्चात् मिलेगी

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